शराब करे जिंदगी खराब
दरूहा मंदहा जुआरी लबरहा
खऊहा पेटू कस अलकरहा
रोज कस सुध बुध ला खोथे
सुरबईहा जईसे जगबकहा
मांस मच्छी जईसे अन्न खावै
बीडी गांजा मा दिन ला पहावै
काम करे के बेर अटियावै
घर के सबो संपति उडावै
इहीच काम मा जिनगी पहाथे
बुरा करम के फल पाथे
शरम लाज ला बेच खाए हे
मंदहा कस अब्बड बाऊराथे
-अमित कुमार अनभिज्ञ
बरबसपुर कबीरधाम
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