साफ सुथरा रहिना चाही


जऊन कहिना तेन कहिना चाही 
साफ सुथरा रहिना चाही 
झोल झालर मा काम नइ बनय 
दुख पिरा ला सहिना चाही 

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कविता(poetry)

छत्तीसगढ़ महतारी