Peotry
कविता
जगह जगह सौदागर साहूकार दिखाई देता है,
बिना नांव के सागर में पतवार दिखाई देता हैं।
सच्चाई की एक झलक से कोई तो वाकिफ करो हे
जहां भी देखो कूटनीति सरकार दिखाई देता है॥
-अमित कुमार अनभिज्ञ
बरबसपुर कबीरdha
बिना नांव के सागर में पतवार दिखाई देता हैं।
सच्चाई की एक झलक से कोई तो वाकिफ करो हे
जहां भी देखो कूटनीति सरकार दिखाई देता है॥
-अमित कुमार अनभिज्ञ
बरबसपुर कबीरdha
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